ख़ुदा का डर न होता गर बशर को By Sher << लगा के ठट है हर सूना मुरा... जवानी से ज़ियादा वक़्त-ए-... >> ख़ुदा का डर न होता गर बशर को ख़ुदा जाने ये बंदा क्या न करता Share on: