ख़ुदा को सज्दा कर के मुब्तज़िल ज़ाहिद हुआ अब तो By Sher << तिरा जमाल बना मैं कभी, कभ... न काफ़िर से ख़ल्वत न ज़ाह... >> ख़ुदा को सज्दा कर के मुब्तज़िल ज़ाहिद हुआ अब तो तो जा कर मह-जबीं के आस्ताँ पे जुब्बा-साई कर Share on: