ख़ुशी दामन-कशाँ है दिल असीर-ए-ग़म है बरसों से By Sher << हम ये तो नहीं कहते कि हम ... हम को हाजत नहीं नक़ीबों क... >> ख़ुशी दामन-कशाँ है दिल असीर-ए-ग़म है बरसों से हमारी ज़िंदगी का एक ही आलम है बरसों से Share on: