ख़ुशी विसाल की अब है न रंज-ए-तन्हाई By Sher << मैं कि अपना ही पता पूछ रह... कौन सी ऐसी कमी मेरे ख़द-ओ... >> ख़ुशी विसाल की अब है न रंज-ए-तन्हाई ये किस मक़ाम पे मुझ को हयात ले आई Share on: