किसे ख़बर थी कि ये दौर-ए-ख़ुद-ग़रज़ इक दिन By Sher << अरमान वस्ल का मिरी नज़रों... ये ज़ुल्म देखिए कि घरों म... >> किसे ख़बर थी कि ये दौर-ए-ख़ुद-ग़रज़ इक दिन जुनूँ से क़ीमत-ए-दार-ओ-रसन छुपाएगा Share on: