किसी हसीं से लिपटना अशद ज़रूरी है By Sher << ख़ुद अपनी दीद से अंधी हैं... जो चाहिए सो माँगिये अल्ला... >> किसी हसीं से लिपटना अशद ज़रूरी है हिलाल-ए-ईद तो कोई सुबूत-ए-ईद नहीं Share on: