किसी ज़िंदाँ में सोचना है अबस By Sher << ग़म-ख़ाना-ए-जहाँ में वक़अ... उड़ानों ने किया था इस क़द... >> किसी ज़िंदाँ में सोचना है अबस दहर हम में है या कि दहर में हम Share on: