किसी का हंस के कहना मौत क्यूँ आने लगी तुम को By Sher << हमारे पेश-ए-नज़र मंज़िलें... तर्क-ए-उम्मीद बस की बात न... >> किसी का हंस के कहना मौत क्यूँ आने लगी तुम को ये जितने चाहने वाले हैं सब बे-मौत मरते हैं Share on: