किसी के साए किसी की तरफ़ लपकते हुए By Sher << कचेहरी में चमन की हर तरफ़... साक़ी हमारी तौबा तुझ पर ह... >> किसी के साए किसी की तरफ़ लपकते हुए नहा के रौशनियों में लगे बहकते हुए Share on: