किसी के वास्ते तस्वीर-ए-इंतिज़ार थे हम By Sher << बहुत दिनों में मोहब्बत को... बरसों से घूमता है इसी तरह... >> किसी के वास्ते तस्वीर-ए-इंतिज़ार थे हम वो आ गया प कहाँ ख़त्म इंतिज़ार हुआ Share on: