किसी की आँख का तारा हुआ करते थे हम भी तो By Sher << अब दर्द में वो कैफ़ियत-ए-... बस्तियों वाले तो ख़ुद ओढ़... >> किसी की आँख का तारा हुआ करते थे हम भी तो अचानक शाम का तारा नज़र आया तो याद आया Share on: