किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई By Sher << गुल उस निगह के ज़ख़्म-रसी... मैं खिल नहीं सका कि मुझे ... >> किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई मैं घर में सब से छोटा था मिरे हिस्से में माँ आई Share on: