किसी मक़ाम से कोई ख़बर न आने की By Sher << देख कर ग़ैर को शोख़ी देखो न तू जल्दी कर ऐ दस्त-ए-जु... >> किसी मक़ाम से कोई ख़बर न आने की कोई जहाज़ ज़मीं पर न अब उतरने का Share on: