किसी ने हाथ बढ़ाया है दोस्ती के लिए By Sher << अजब कि सब्र की मीआद बढ़ती... जिसे गुज़ार गए हम बड़े हु... >> किसी ने हाथ बढ़ाया है दोस्ती के लिए फिर एक बार ख़ुदा ए'तिबार दे मुझ को Share on: