किसी पहलू नहीं चैन आता है उश्शाक़ को तेरे By Sher << दुनिया भर की राम-कहानी कि... घर में आसेब ज़लज़ले का है >> किसी पहलू नहीं चैन आता है उश्शाक़ को तेरे तड़पते हैं फ़ुग़ाँ करते हैं और करवट बदलते हैं Share on: