किताबों से न दानिश की फ़रावानी से आया है By Sher << इसी मोड़ पर हम हुए थे जुद... कुछ तअल्लुक़ भी नहीं रस्म... >> किताबों से न दानिश की फ़रावानी से आया है सलीक़ा ज़िंदगी का दिल की नादानी से आया है Share on: