कितने ज़ेहनों को कर गया गुमराह By Sher << कुछ एहतियात परिंदे भी रखन... हुस्न उतना एक पैकर मैं सि... >> कितने ज़ेहनों को कर गया गुमराह इक बड़े आदमी का छोटा-पन Share on: