कोई कहानी कोई वाक़िआ सुना तो सही By Sher << किस ख़ता की सज़ा मिली उस ... अब कहाँ तक पत्थरों की बंद... >> कोई कहानी कोई वाक़िआ सुना तो सही अगर हँसा नहीं सकता मुझे रुला तो सही Share on: