कोई नाम-ओ-निशाँ पूछे तो ऐ क़ासिद बता देना By Sher << क्या बैठना क्या उठना क्या... कोई छींटा पड़े तो 'दा... >> कोई नाम-ओ-निशाँ पूछे तो ऐ क़ासिद बता देना तख़ल्लुस 'दाग़' है वो आशिक़ों के दिल में रहते हैं Share on: