कोई नहीं जो पता दे दिलों की हालत का By Sher << उस की यादों की काई पर अब ... कुछ कुछ मिरी आँखों का तसर... >> कोई नहीं जो पता दे दिलों की हालत का कि सारे शहर के अख़बार हैं ख़बर के बग़ैर Share on: