कोई सदा कोई आवाज़ा-ए-जरस ही सही By Sher << जिन्हें तारीख़ भी लिखते ड... पत्थर भी चटख़्ते हैं तो द... >> कोई सदा कोई आवाज़ा-ए-जरस ही सही कोई बहाना कि हम जाँ निसार करते रहें Share on: