कोई तो होगा जिस को मिरा इंतिज़ार है By Sher << क्या जाने किस का हाथ मिरे... ऐसी सर्दी में शर्त चादर ह... >> कोई तो होगा जिस को मिरा इंतिज़ार है कहता है दिल के शहर-ए-तमन्ना में ले के चल Share on: