सफ़र न हो तो ये लुत्फ़-ए-सफ़र है बे-मअ'नी By Sher << हम घूम चुके बस्ती बन में मकान सीने का पाता हूँ दम-... >> सफ़र न हो तो ये लुत्फ़-ए-सफ़र है बे-मअ'नी बदन न हो तो भला क्या क़बा में रक्खा है Share on: