क्यूँ मुझे महसूस ये होता है अक्सर रात भर By Sher << इक साल गया इक साल नया है ... जब न जीते-जी मिरे काम आएग... >> क्यूँ मुझे महसूस ये होता है अक्सर रात भर सीना-ए-शब पर चमकता है समुंदर रात भर Share on: