क्यूँ शिकन पड़ गई है अबरू पर By Sher << राह पर आ ही गए आज भटकने व... क्यूँ करो 'अख़्तर'... >> क्यूँ शिकन पड़ गई है अबरू पर मैं तो कहता हूँ एक बात की बात Share on: