कुछ तसावीर बोल पड़ती हैं By Sher << मिरे मज़ार पे आ कर दिए जल... कोई तोहमत हो मिरे नाम चली... >> कुछ तसावीर बोल पड़ती हैं सब की सब बे-ज़बाँ नहीं होतीं Share on: