कुछ तो कमी हो रोज़-ए-जज़ा के अज़ाब में By Sher << ज़रा सी देर को तुम अपनी आ... तू और ग़म-ए-उल्फ़त 'ज... >> कुछ तो कमी हो रोज़-ए-जज़ा के अज़ाब में अब से पिया करेंगे मिला कर गुलाब में Share on: