कुछ तुम्हें तर्स-ए-ख़ुदा भी है ख़ुदा की वास्ते By Sher << इस पर्दे में ये हुस्न का ... तुम भी आख़िर हो मर्द क्या... >> कुछ तुम्हें तर्स-ए-ख़ुदा भी है ख़ुदा की वास्ते ले चलो मुझ को मुसलमानो उसी काफ़िर के पास Share on: