कुछ ख़बरों से इतनी वहशत होती है By Sher << उर्दू है जिस का नाम हमारी... तुम्हारे हिज्र में जब भी ... >> कुछ ख़बरों से इतनी वहशत होती है हाथों से अख़बार उलझने लगते हैं Share on: