क्या अजब है कि ये मुट्ठी में हमारी आ जाए By Sher << लहजे का रस हँसी की धनक छो... इस ने देखा है सर-ए-बज़्म ... >> क्या अजब है कि ये मुट्ठी में हमारी आ जाए आसमाँ की तरफ़ इक बार उछल कर देखें Share on: