क्या होएगा सुनोगे अगर कान धर के तुम By Sher << मिरा ख़त उस ने पढ़ा पढ़ क... मिरा कुछ रास्ते में खो गय... >> क्या होएगा सुनोगे अगर कान धर के तुम गुज़री बिरह की रात जो मुझ पर कहानियाँ Share on: