क्या जाने किस ख़याल से छोड़ा प हाल-ए-ज़ार By Sher << कौन रोया पस-ए-दीवार-ए-चमन... देख कर मेरा दश्त-ए-तन्हाई >> क्या जाने किस ख़याल से छोड़ा प हाल-ए-ज़ार मुझ पर बड़ा करम है मिरे चारासाज़ का Share on: