क्या कहूँ किस तरह से जीता हूँ By Sher << औरत ने जनम दिया मर्दों को... मोहब्बत मअ'नी ओ अल्फ़... >> क्या कहूँ किस तरह से जीता हूँ ग़म को खाता हूँ आँसू पीता हूँ Share on: