लाश को मेरी छुपा कर इक कुएँ में डाल दो By Sher << 'नबील' इस इश्क़ म... जब भी लौटा गाँव के बाज़ार... >> लाश को मेरी छुपा कर इक कुएँ में डाल दो यारो मैं कुश्ता हूँ इक पर्दा-नशीं की चाह का Share on: