लगाया मोहब्बत का जब याँ शजर By Sher << मैं भी इक मअनी-ए-पेचीदा अ... क्यूँ इन दिनों 'हसन&#... >> लगाया मोहब्बत का जब याँ शजर शजर लग गया और समर जल गया Share on: