नहीं मा'लूम ऐ यारो 'सबा' के दिल में क्या आया By Sher << गिर भी जाती नहीं कम-बख़्त... घिसते घिसते पाँव में ज़ंज... >> नहीं मा'लूम ऐ यारो 'सबा' के दिल में क्या आया अभी जो बैठे बैठे वो यकायक आह कर उट्ठा Share on: