ला-मकाँ है वास्ते उन की मक़ाम-ए-बूद-ओ-बाश By Sher << किधर गया वो कूज़ा-गर ख़बर... उस के बग़ैर ज़िंदगी कितनी... >> ला-मकाँ है वास्ते उन की मक़ाम-ए-बूद-ओ-बाश गो ब-ज़ाहिर कहने को कलकत्ता और लाहौर है Share on: