लम्बी है बहुत आज की शब जागने वालो By Sher << ग़ज़लों का हुनर अपनी आँखो... शग़्ल-ए-उल्फ़त को जो अहबा... >> लम्बी है बहुत आज की शब जागने वालो और याद मुझे कोई कहानी भी नहीं है Share on: