सुनते थे 'महशर' कभी पत्थर भी हो जाता है मोम By Sher << हमारी बात काटी जा रही है ख़ुदा करे कि तिरी उम्र मे... >> सुनते थे 'महशर' कभी पत्थर भी हो जाता है मोम आज वो आए तो पलकों को भिगोना पड़ गया Share on: