मैं अब्र-ओ-बाद से तूफ़ाँ से सब से डरता हूँ By Sher << सुख़नवरी से है मक़्सूद मअ... ये और बात कि 'अख़्तर&... >> मैं अब्र-ओ-बाद से तूफ़ाँ से सब से डरता हूँ ग़रीब-ए-शहर हूँ काग़ज़ के घर में रहता हूँ Share on: