मैं अपने शहर से मायूस हो के लौट आया By Sher << किसी दिन मेरी रुस्वाई का ... सितारे गुम हुए ख़ुर्शीद न... >> मैं अपने शहर से मायूस हो के लौट आया पुराने सोग बसे थे नए मकानों में Share on: