मैं अपनी जाँ में उसे जज़्ब किस तरह करता By Sher << कभू जो शैख़ दिखाऊँ मैं अप... ये सर-ब-मोहर बोतलें हैं ज... >> मैं अपनी जाँ में उसे जज़्ब किस तरह करता उसे गले से लगाया लगा के छोड़ दिया Share on: