मैं एक बोरी में लाया हूँ भर के मूँग-फली By Sher << मोअर्रिख़ लिख न दें सुक़र... कूदे हैं उस के सेहन में द... >> मैं एक बोरी में लाया हूँ भर के मूँग-फली किसी के साथ दिसम्बर की रात काटनी है Share on: