मैं ही था इक आँख न भाओं वो तो अब भी यार हैं तेरे By Sher << फ़र्क़ ये है नुत्क़ के सा... हो गया चर्ख़-ए-सितमगर का ... >> मैं ही था इक आँख न भाओं वो तो अब भी यार हैं तेरे जिन लोगों ने तेरा चर्चा बाज़ारों में आम किया Share on: