मैं इकतिशाफ़ की हिजरत बहिश्त से लाया By Sher << ग़ज़ब तो ये है मुक़ाबिल ख... उम्मीद का बुरा हो समझा कि... >> मैं इकतिशाफ़ की हिजरत बहिश्त से लाया मिरी तलाश में मेरा मक़ाम लिक्खा था Share on: