मैं जब पेड़ से गिर के ज़मीं की ख़ाक हुआ By Sher << एक से एक जुनूँ का मारा इस... जो दिन को निकलो तो ख़ुर्श... >> मैं जब पेड़ से गिर के ज़मीं की ख़ाक हुआ तब इक आलम-ए-मौहूम समझ में आया Share on: