मैं जोड़ तो देता तिरी तस्वीर के टुकड़े By Sher << साएबाँ क्या अब्र का टुकड़... तलब करें तो ये आँखें भी इ... >> मैं जोड़ तो देता तिरी तस्वीर के टुकड़े मुश्किल था कि वो पहला सा चेहरा निकल आता Share on: