मैं क्या करूँ मिरे क़ातिल न चाहने पर भी By Sher << ये तसर्रुफ़ है 'मुबार... जो पूछा मुँह दिखाने आप कब... >> मैं क्या करूँ मिरे क़ातिल न चाहने पर भी तिरे लिए मिरे दिल से दुआ निकलती है Share on: