मैं ने मिन्नत कभी की हो तो बता दें ज़ाहिद By Sher << मदहोश ही रहा मैं जहान-ए-ख... हुस्न ये है कि दिलरुबा हो... >> मैं ने मिन्नत कभी की हो तो बता दें ज़ाहिद कौन से रोज़ सिफ़ारिश को गुनहगार आया Share on: