मैं सुख़न में हूँ उस जगह कि जहाँ By Sher << पेड़ मुझे हसरत से देखा कर... मैं कि काग़ज़ की एक कश्ती... >> मैं सुख़न में हूँ उस जगह कि जहाँ साँस लेना भी शाइरी है मुझे Share on: